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Wednesday, February 7, 2018

अमृत ध्वनि छंद-- श्री चोवा राम "बादल"

        1 आगू बढ़बे
झनकर अतियाचार जी, भरे जवानी जोस ।
खइता जिनगी तोर गा, खोथस काबर होस ।
खोथस काबर, होस राखले, मीठ बोल ले।
मया बाँट ले, सुमत आँट ले, गाँठ खोल ले।
दू मन आगर, मिहनत तैं कर, सुरता छिन भर ।
पढ़बे लिखबे , आगू बढ़बे , आलस झन कर ।

     2 पद पइसा
पद पइसा के खेल मा, नाचत हाबय न्याय ।
निरपराध फाँसी चढ़य, अपराधी बँच जाय।
अपराधी बँच ,जाय घूस के, नोट धराके ।
धौंस जमाके, गुंडा लाके, मार खवाके ।
पहुँच बताथे , रउँदत जाथे , नेता के कद ।
बड़ इँतराथे, जोर लगाथे , सब पाके पद ।

   3 भारत भुइँयाँ
जेकर चारों खूँट हे, पावन चारों धाम।
धरम धजा फहरत रथे, देवभूमि हे नाम ।
देवभूमि हे ,नाम सोन के , सुघर चिरइया ।
भारत भुइँया , लागवँ पँइया, अलख जगइया ।
लाल जवाहर , हवय घरो घर , बेटा शेखर ।
सागर परबत , पहरा देथे , निसदिन जेखर ।

   4 जिम्मेदारी
जिम्मेंदारी छोंड़ के , आलस ला झन थाम ।
अइसन मनखे के सदा , बिगड़त रहिथे काम ।
बिगड़त रहिथे , काम सबो जी , नइ समझै जी ।
मन मुरझाथे , मान गँवाथे , दुख अरझै जी ।
परे लचारी , घर के नारी , सहिथे भारी।
खुशी मनाथे , जेन उठाथे , जिम्मेंदारी ।

रचनाकार -- श्री चोवा राम " बादल"
हथबंद , छत्तीसगढ़

25 comments:

  1. चोवा के सब - छंद हर, देथे - शुभ संदेश
    नीति नेम के बात ले, मिटय सबो के क्लेश।

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  2. धन्यवाद।प्रणाम दीदी जी।

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  3. धन्यवाद।प्रणाम दीदी जी।

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  4. अब्बड़ सुग्घर सन्देश देवत अमृतध्वनि छंद बादल भइया प्रणाम

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  5. Replies
    1. प्रोत्साहन बर सादर आभार जितेंद्र वर्मा भाई जी।

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  6. बहुत सुघ्घर अमृतध्वनि छंद चोवाराम भाई आपके रचना मा जीवन दर्शन छुपे रहिथे बधाई हो

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  7. बहुत सुग्घर अउ लाजवाब अमृत ध्वनि छंद हे,गुरुदेव बादल जी। हार्दिक बधाई।

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    1. धन्यवाद मोहन लाल वर्मा भाई।

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  8. वाह्ह वाह्ह "बादल" भैया एक ले एक अमृत ध्वनि छंद आनंद आगे।

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  9. बहुत सुघ्घर अमृत ध्वनि भईया जी, बधाई हो

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  10. बहुत सुघ्घर अमृत ध्वनि भईया जी, बधाई हो

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  11. बादल भइया जबरदस्त रचना बधाई।

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  12. बादल भैया बहुत बहुत बधाई
    आप तो छंद परिवार के ताज हरव।
    सादर नमन।

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    1. सादर आभार आशा देशमुख बहिनी जी।

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  13. बहुत सुग्घर रचना सर।सादर बधाई

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  14. बहुत सुग्घर रचना सर।सादर बधाई

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  15. बहुत सुघ्घर रचना बधाई हो भैया जी

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