Tuesday, July 7, 2020

कुण्डलियाँ छंद -कौशल कुमार साहू

कुण्डलियाँ छंद -कौशल कुमार साहू

1 - नेता

नेता मन के हे मजा, जेकर हे सरकार।
गोल्लर कस ढिल्ला चरै छेंकै ना रखवार।
छेंकै ना रखवार, खजाना कोठी उन्ना।
गली खोर मा रोज, होंकरै उकरे मुन्ना।
धंधा लूट खसोट, करे बनके गररेता।
जनता सब हलकान, मजा मारै जी नेता।।

2 - कोरोना

कोरोना के वाइरस, चीन देश ले आय।
दुनिया देश चपेट मे, हाहाकार मचाय।
हाहाकार मचाय, जगत मा बिपदा भारी।
निसदिन सँचरत जाय,रोज ये नवा बिमारी।
कइसे बाँचय जान,घरोघर परगे रोना।
नइये दवा उपाय,कहर ढाये कोरोना।।

3 - बेटी

घर अँगना बेटी बिना, सुन्ना जग अँधियार।
झन मारौ रे कोंख मा,फूलन दौ छतनार।
फूलन दौ छतनार, बगीचा घर ममहाही।
बिना फूल के पेंड़, सोंच फर कइसे आही।
अइलावय झन फूल,बाँध लौ रक्षा बँधना।
बेटी बिना विरान,हमर सबके घर अँगना।।

छंदकार :-कौशल कुमार साहू
निवास-सुहेला(फरहदा)
जिला-बलौदाबाजार-भाटापारा, छत्तीसगढ़

6 comments:

  1. बहुत बढ़िया सर

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  2. छंद खजाना मा स्थान देये बर सादर आभार । गुरुदेव जी ला सादर पयलगी

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  3. बहुत सुन्दर सर 👌👌💐💐🙏

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  4. तीनों कुंडलियाँ जबरदस्त हे साहू जी
    👌👏👍🌹🌹🌹🙏

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