जय जगन्नाथ-चोवाराम राम बादल
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जय जगन्नाथ स्वामी,सबके तैं अंतर्यामी, दे प्रभु महाप्रसाद ,पसारे हौं हाथ ला।
देवी सुभद्रा चरन, लमा डोर कस मन,बलदाऊ के पाँव मा, नवाये हौं माथ ला।
जीव हा भटकत हे, माया मा अटकत हे, बेंदरा बिनास होगे, छोंड़ तोर साथ ला।
दया कर उबार दे, भवसागर तार दे, शरण म आये देख,बालक अनाथ ला।
चोवा राम वर्मा 'बादल'
हथबन्द, छत्तीसगढ़
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