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Wednesday, September 18, 2024

फूल के नाम -जयकारी छंद

 फूल के नाम -जयकारी छंद 

चंपा गुड़हल सदाबहार।गेंदा के बनथे गा हार।।

नर्गिस नारंगी मन भाय।लिली माधवी बड़ मुसकाय।।


अगस्त्य अर्जुन फूल गुलाब।नीलकमल खिलथे तालाब।।

कामलता बनफूल कनेर। सूर्यमुखी हा आँख तरेर।।


राई मुनिया हरसिंगार।सुघर कामिनी मन मतवार।।

रजनी गंधा अउ कचनार।देवकली के रूप निहार।।


फूल सावनी मुच-मुच हाँस।तारक बचनाग अमलतास।।

रक्त केतकी जूही फूल। सत्यानाशी शूल अकूल।।


ब्रम्ह कमल अउ बूगनबेल।माथ चमेली के मल तेल।।

असोनिया अउ सफेद आक। चन्द्र मोगरा शोबी ढाक।।


नील गुलैंची मुसली फूल।खिल-खिल हाँसत हावय झूल।।

छुईमुई हर लाज लजाय।मूंग मालती मया जगाय।।


हे गुलमोहर के बड़ नाम।फूल चाँदनी नोहय आम।।

गुलेतुरा लेवेंडर कोन।कुकरोधा केसर हे सोन।।


चील आँकुरी द्रोप सिरोय।झुमका मौली मा मन खोय।।

अपराजिता बसंती कुंद।मून महकनी अउ मुचकुंद।।


गुलखैरा होथे गा खास।फूल केवड़ा बाँधय आस।।

डहेलिया बागों मा शान।कौआ कानी ला पहचान।।


सेवंती हे रंग बिरंग।महिमा मन मा भरे उमंग।।

सीता अशोक मुर्गा लाल।जुनबेरी ला देख निहार।।


आर्किड अमला कुकु ब्लूस्टार।सुघर अबोली के परिवार।।

फूल धतूरा शिव ला भाय।सुघर रातरानी ममहाय।।


ऐस बकाइन घंटी फूल।बजय नहीं झन देवव तूल।।

तितली कोरल क्रोकस कान।सिला केरिया खसखस जान।।


मंकी फ्लावर गार्डन गेट।बर- बिहाव मा होथे भेंट।।

गुब्बारा बाटल ब्रस जान।नाव तको अइसन हे मान।।

विजेन्द्र कुमार वर्मा 

नगरगाँव (धरसीवाँ)

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