*शहीद वीर नारायण सिंह जी ला शत् शत् नमन!* 🙏
*सार छंद आधारित गीत*
अंतस मा जन-जन के बस गिन, बने काम ओ कर के।
अमर वीर नारायण होगिन, ये भुँइया बर मर के।।
देश गुलामी के साँकल मा, रहिस हवय बंधाये।
अँगरेजन मन जनमानस ला, बिक्कट रोज सताये।।
बघवा हा तब सब ला बोलिन, नइ जीयन डर-डर के।
अमर वीर नारायण होगिन...
मनखे मन ला एक करिन हें, टूटे माला जोड़िन।
तुतरु बजाइन आजीदी बर, शुभ के नरियर फोड़िन।।
अँगरेजन ले टक्कर लिन हें, फरसा-भाला धर के।
अमर वीर नारायण होगिन...
महा मनुख के फोटू धर के, गली-गली मा घूमव।
जिहाँ शहादत दिन हें अगवा, वो माटी ला चूमव।।
अँधियारा ले बने लड़िन हें, दियना जइसे बर के।
अमर वीर नारायण होगिन, ये भुँइया बर मर के।।
✍️ श्लेष चन्द्राकर,
महासमुंद (छत्तीसगढ़)
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