विधान-कामरूप छंद
*कामरूप छंद*
*डाँड़(पद)--4, हरेक डाँड़ म कुल 26 मात्रा*
*चरण*- हरेक डाँड़ म 9,7,10 मात्रा म यति देके 3 चरण।
*पहिली चरण*--शुरुआत एक बड़कू या दू नान्हे ले।कुल मात्रा 9
*दूसर चरण*--शुरुआत बड़कू ,नान्हे(2,1) ले। कुल मात्रा 7
*तीसर चरण*--शुरुआत बड़कू, नान्हे(2,1) या नान्हे, बड़कू (1,2) ले। अंत-- बड़कू , नान्हे ( 2,1) ले।कुल मात्रा 10
*तुकांत*--दू दू डाँड़ मा।
पहिली अउ दूसर चरण घलो आपस म तुकांत रहे ले लय बने बनथे फेर जरूरी नइये।
उतलंगी करै, नाचत फिरै, नानकुन चितचोर।
माखन बस खाय, रोज नँगाय, पूत माई तोर।
दीखथे सिधवा, तोर बिलवा, राख ओला बाँध।
मोर तँय सुन ले, गोठ गुन ले, बंद कोठी धाँध।
*अरूण कुमार निगम*
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