छन्न पकैया छंद- ०७/०९/२०२२
छन्न पकैया छन्न पकैया, अब्बड़ गरमी हावय।
मार पसीना चुचवावत हे,मन ला नइ तो भावय।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, नइ हे कूलर एसी।
अइसे लागत हावय जइसे, बइठे हावन पेशी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,लइका मन चिल्लावय।
मुॅंह ला धोवय पानी पीयै,घेरी-बेरी जावय।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, पंखा ले के लावौ।
जघा-जघा मा देख-देख के, कक्षा मा लगवावौ।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, कसके जाति निवासी।
होगे अब्बड़ माथा पीरा, गर मा लग गे फाॅंसी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,कतका बेर पढ़ाबो।
पाठ घलो हे पूरा करना,कइसे के बच पाबो।।
✍️ ओम प्रकाश पात्रे "ओम"
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