Followers

Saturday, September 28, 2019

अमृत ध्वनि छंद-श्री सुखदेव सिंह अहिलेश्वर

अमृत ध्वनि छंद-श्री सुखदेव सिंह अहिलेश्वर

(1)

रोवत हे माँ भारती,देख गाँव घर लोग।
लगे मनुज के माथ मा,जात-पात के रोग।
जात-पात के,रोग पछेड़े,घर अउ बन ला।
खास बड़न ला,उज्जर तन ला,अघुवा मन ला।
लोभनीति हा,जातिवाद ला,उलहोवत हे।
ये सब देखत,समय सरेखत,माँ रोवत हे।

(2)

पतरा-पोथी हा कथे,एकम लगत कुँवार।
मान-गउन ला पाय बर,पितर पधारे द्वार।
पितर पधारे,द्वार ओरिया,मा निज घर के।
भर भर थारी,बरा सुँहारी,रोज पितर के।
बने पाख भर,होम नमन कर,आरुग सथरा।
ते पाछू घर,शुद्ध उजिर कर,कहिथे पतरा।

(3)

ले पावत हँव पाव भर,मोर मयारू प्याज।
अस्सी रुपिया पर किलो,तोर भाव हे आज।
तोर भाव हे,आज बने अस,पर के घर मा।
पर बेचे हँव,चार किलो मँय,कोरी भर मा।
चार महीना,गार पसीना,उपजावत हँव।
झन आँसू धर,प्याज पाव भर,ले पावत हँव।

रचना-सुखदेव सिंह अहिलेश्वर
गोरखपुर कबीरधाम छत्तीसगढ़

25 comments:

  1. सादर आभार छंद खजाना।प्रणाम गुरुदेव छंदविद् अरूण कुमार निगम जी

    ReplyDelete
  2. सुन्दर छन्द संग्रह गुरुदेव जी सादर नमन

    ReplyDelete
  3. अद्भुत सृजन सर जी हार्दिक बधाई

    ReplyDelete
  4. बहुत शानदा रचना लेखन की बधाई

    ReplyDelete
  5. सुग्घर छंद बधाई हो गुरुदेव

    ReplyDelete
  6. ध्वनि अमृत ए छंद के, करत पान सानंद।
    अद्भत रचना हे तुँहर, साहित के मकरंद।।
    बहुत बहुत बधाई भाई

    ReplyDelete
    Replies
    1. आभार बड़े भैया।आशीष बनाय रखहू

      Delete
  7. बड़ सुग्घर रचना
    भईया जी

    ReplyDelete
  8. बहुत सुग्घर छंद लिखे हव गुरुदेव, बहुत बधाई

    ReplyDelete
    Replies
    1. सादर धन्यवाद श्लेष जी

      Delete
  9. समय ला सरेखत सुग्घर अमृतध्वनि छंद अहिलेश्वर जी, बधाई

    ReplyDelete
    Replies
    1. सादर धन्यवाद पोखन भाई

      Delete
  10. शानदार सृजन सुखदेव भाई,,

    ReplyDelete
  11. वाह ।बहुत सुग्घर अमृत ध्वनि छंद के सृजन करे हव, अहिलेश्वर जी ।हार्दिक बधाई अउ शुभकामना ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. सादर धन्यवाद वर्मा जी

      Delete
  12. बेहतरीन सृजन आदरणीय, बहुत बहुत बधाई आप ला।

    ReplyDelete
    Replies
    1. सादर धन्यवाद सिन्हा जी

      Delete
  13. Replies
    1. सादर धन्यवाद खैरझिटिया सर

      Delete
  14. वाह्ह्ह वाह्ह्ह सर जी

    ReplyDelete