श्री असकरन दास जोगी के दोहा
*सतगुरु सुमरन*
सतगुरु सुमरवँ देख लौ,चरन मनावँवँ तोर !
सबल होय संत तुँहरे,लाज बचावव मोर !!1
सतगुरु सुमरवँ रोज जी,बढ़िया मिलगे भाग !
दया मया ला राखबे,लागै झन जी दाग !!2
छाँया माया रंग दे,सार नाम के रंग !
साँसा हंसा अंग ले,करले अपने संग !!3
तुँहर ज्ञान भाये बड़ा,शुध्द खरा मन सोन !
पुछत रहै काया कला,पाय भला जी कोन !! 4
आखर आखर लान दे, तोला सउँपन बुध्दि !
सब्बे कचरा देख लौ, करदव मन के शुध्दि !!5
करबो मैहनत पोठ जी, जिनगी साहित ढ़ाल !
सतगुरु आसिस पाय के,ठोंकन जमके ताल !!6
नीत प्रीत ला देख के,भाव भजन ला डार !
छाही जिनगी सादगी,लागै सतगुरु भार !!7
*मोर परिचय*
जानवँ परिचय मोर जी,नाव असकरन दास !
गाँव डोंड़की हे पता,लगथवँ सबला खास !!1
बेलासपुर जिला बने,थाना बेल्हा मोर !
बेल्हा पोस्ट घलो हवै,भेजव मितवा सोर !! 2
शीतल बाबू मोर हे, मात दुलेसर ताय !
भारी दुख ला भोग के,मोला जग मा लाय !! 3
जनम सफल हो जाय रे,मिलगे इँकरे छाँव !
गोड़ तरी मा माथ हे,बढ़िया आसिस पाँव !!4
छै भाई के जोड़ हे, बहिनी एक सजोर !
भौजी दू झन आय हे,अँगना महकै मोर !!5
भतिजी एक हवै सगा,भतिजा तीन हमार !
कुलकत मटकत देख लौ,गाँव गली म सुमार !!6
चहकन चमकन रोज जी,पावन सुख के रंग !
जिनगी सुघ्घर के सजै,बने रहन सब संग !! 7
*भारत माता*
भारत माता रोत हे, हाल बड़ा हे तंग !!
आँसो परत अँकाल रे,कइसे लड़हव जंग !!1
सुक्खा माते देख ले,दर्रा मारे खेत !
पानी-पानी माँग हे,सत्य नाम ला लेत !!2
होवत नइहे धान हा,आस लगाय किसान !
बादर होगे दोकहा,खोलव आँख सियान !! 3
चीन-पाक ललकार के,देवत ताना रोज !
सेना तो तैयार हे, देथे उत्तर सोज !!4
राजनीति के चाल मा,देश मरत हे रोज !
मनखे-मनखे भेद हे,समता खोजा खोज !!5
नारी लाज लतेड़ के,पापी किंजरत देख !
न्याय बिना सब नास हे,रोत भाग के लेख !!6
राष्ट्र गाय के नाव मा, मार-काट हे होत !
सोसित जनता माथ मा,बोझा दुख के ढ़ोत !!7
भारत माता हा कहै,आही सुख कब लाल !
लावव समता खोज के,टोरव दुख के जाल !!8
*पीपर*
पीपर जुन्ना पेंड़ हे, पाहव सुख के छाँव !
मया दया ला बाँध के,आहव मोरे गाँव !!1
पीपर पिकरी स्वाद ला,जानै हमर मितान !
गाँठ बाँध के लाय गा,माँगै रोज सियान !!2
पीपर पाना देख रे,कहे हवच अनमोल !
नइहे मोल पिरीत के,बाजे हिरदे ढ़ोल !!3
पीपर बइठे बेंदरा,करथे हुँप-हुँप देख !
कुदही छानी दौड़ के,छानी अपन सरेख !!4
देथे पुरवा शुध्द गा,पीपर पावन पेंड़ !
बइठे एकर छाँव मा,बँसरी धुन ला छेंड़ !!5
असकरन दास जोगी
ग्राम - डोंडकी, पोस्ट - बिल्हा , जिला - बिलासपुर
छत्तीसगढ़
*सतगुरु सुमरन*
सतगुरु सुमरवँ देख लौ,चरन मनावँवँ तोर !
सबल होय संत तुँहरे,लाज बचावव मोर !!1
सतगुरु सुमरवँ रोज जी,बढ़िया मिलगे भाग !
दया मया ला राखबे,लागै झन जी दाग !!2
छाँया माया रंग दे,सार नाम के रंग !
साँसा हंसा अंग ले,करले अपने संग !!3
तुँहर ज्ञान भाये बड़ा,शुध्द खरा मन सोन !
पुछत रहै काया कला,पाय भला जी कोन !! 4
आखर आखर लान दे, तोला सउँपन बुध्दि !
सब्बे कचरा देख लौ, करदव मन के शुध्दि !!5
करबो मैहनत पोठ जी, जिनगी साहित ढ़ाल !
सतगुरु आसिस पाय के,ठोंकन जमके ताल !!6
नीत प्रीत ला देख के,भाव भजन ला डार !
छाही जिनगी सादगी,लागै सतगुरु भार !!7
*मोर परिचय*
जानवँ परिचय मोर जी,नाव असकरन दास !
गाँव डोंड़की हे पता,लगथवँ सबला खास !!1
बेलासपुर जिला बने,थाना बेल्हा मोर !
बेल्हा पोस्ट घलो हवै,भेजव मितवा सोर !! 2
शीतल बाबू मोर हे, मात दुलेसर ताय !
भारी दुख ला भोग के,मोला जग मा लाय !! 3
जनम सफल हो जाय रे,मिलगे इँकरे छाँव !
गोड़ तरी मा माथ हे,बढ़िया आसिस पाँव !!4
छै भाई के जोड़ हे, बहिनी एक सजोर !
भौजी दू झन आय हे,अँगना महकै मोर !!5
भतिजी एक हवै सगा,भतिजा तीन हमार !
कुलकत मटकत देख लौ,गाँव गली म सुमार !!6
चहकन चमकन रोज जी,पावन सुख के रंग !
जिनगी सुघ्घर के सजै,बने रहन सब संग !! 7
*भारत माता*
भारत माता रोत हे, हाल बड़ा हे तंग !!
आँसो परत अँकाल रे,कइसे लड़हव जंग !!1
सुक्खा माते देख ले,दर्रा मारे खेत !
पानी-पानी माँग हे,सत्य नाम ला लेत !!2
होवत नइहे धान हा,आस लगाय किसान !
बादर होगे दोकहा,खोलव आँख सियान !! 3
चीन-पाक ललकार के,देवत ताना रोज !
सेना तो तैयार हे, देथे उत्तर सोज !!4
राजनीति के चाल मा,देश मरत हे रोज !
मनखे-मनखे भेद हे,समता खोजा खोज !!5
नारी लाज लतेड़ के,पापी किंजरत देख !
न्याय बिना सब नास हे,रोत भाग के लेख !!6
राष्ट्र गाय के नाव मा, मार-काट हे होत !
सोसित जनता माथ मा,बोझा दुख के ढ़ोत !!7
भारत माता हा कहै,आही सुख कब लाल !
लावव समता खोज के,टोरव दुख के जाल !!8
*पीपर*
पीपर जुन्ना पेंड़ हे, पाहव सुख के छाँव !
मया दया ला बाँध के,आहव मोरे गाँव !!1
पीपर पिकरी स्वाद ला,जानै हमर मितान !
गाँठ बाँध के लाय गा,माँगै रोज सियान !!2
पीपर पाना देख रे,कहे हवच अनमोल !
नइहे मोल पिरीत के,बाजे हिरदे ढ़ोल !!3
पीपर बइठे बेंदरा,करथे हुँप-हुँप देख !
कुदही छानी दौड़ के,छानी अपन सरेख !!4
देथे पुरवा शुध्द गा,पीपर पावन पेंड़ !
बइठे एकर छाँव मा,बँसरी धुन ला छेंड़ !!5
असकरन दास जोगी
ग्राम - डोंडकी, पोस्ट - बिल्हा , जिला - बिलासपुर
छत्तीसगढ़
बड़ सुग्घर दोहालरी जोगी जी।
ReplyDeleteधन्यवाद भईया ग
Deleteबधाई अतनु जी।।
ReplyDeleteधन्यवाद सर जी
Deleteबधाई अतनु जी।।
ReplyDeleteअतनु जी, सुग्घर दोहावली
ReplyDeleteआपके किरपा अइसने बने रहै गुरुदेव.... बहुँत बहुँत धन्यवाद..
Deleteआपके किरपा अइसने बने रहै गुरुदेव.... बहुँत बहुँत धन्यवाद..
Deleteसुग्घर दोहावली भइया वाह्ह्ह्ह्ह्
ReplyDeleteधन्यवाद भईया जी
Deleteबहुत सुग्घर दोहा सर।सादर बधाई
ReplyDeleteबहुत सुग्घर दोहा सर।सादर बधाई
ReplyDeleteबहुँत धन्यवाद भाई जी
Deleteअतनु जी, सुग्घर दोहावली
ReplyDeleteधन्यवाद गुरुदेव
Deleteधन्यवाद गुरुदेव
Deleteबढ़िया भाव भरे दोहावली बर हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteधन्यवाद सर जी
Deleteबहुत सुग्घर दोहावली हे।असकरन भैया। बधाई।
ReplyDeleteधन्यवाद भाई जी
Deleteधन्यवाद भाई जी
Deleteबहुँत सुग्घर अतनु जी।बधाई हो।
ReplyDeleteसुग्घर अतनु जी शुभकामना आप मन ला ।
ReplyDeleteबहुत सुघ्घर दोहावली भाई
ReplyDeleteबहुत सुघ्घर दोहावली भाई
ReplyDeleteबढ़िया दोहा भैया जी
ReplyDeleteपीपर जुन्ना पेड़ हे.......सुघ्घर दोहा असकरन भाई
ReplyDeleteपीपर जुन्ना पेड़ हे.......सुघ्घर दोहा असकरन भाई
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