आल्हा छंद - राजेश कुमार निषाद
साफ सफाई सपना होगे, देवव अब तो सबो धियान।
आओ मिलके हाथ बँटाबो,नवा चलाबो गा अभियान।।
घर अँगना के करो सफाई,कोना कोना दिखही साफ।
जतर कतर मत फेंको कचरा,करय नही गा कोनो माफ ।।
जमा करो गा एक जगा सब,डालो कचरा कूड़ेदान।
पचर पचर मत थूको संगी,खाके गुटखा पाउच पान।।
घर घर मा बनही शौचालय, जाहू झन गा बाहर आज।
बात बताहू सबला संगी,करही बहु बेटी झन लाज।।
आदत बनही सबके संगी, जाही लइका बुढ़ा जवान।
देख सफल हो जाही हमरो,हमन चलाबो जो अभियान।।
मंदिर मसजिद अउ सचिवालय,करो सफाई मिलके रोज।
होय सफाई तन के भितरी, फेंकव मनके कचरा खोज।।
गली गली मा जाके संगी,मिलके करबो सब परचार।
साफ रखव सब गली खोर ला,इही हवय गा जीवन सार।।
छंदकार - राजेश कुमार निषाद ग्राम चपरीद
रायपुर छत्तीसगढ़
साफ सफाई सपना होगे, देवव अब तो सबो धियान।
आओ मिलके हाथ बँटाबो,नवा चलाबो गा अभियान।।
घर अँगना के करो सफाई,कोना कोना दिखही साफ।
जतर कतर मत फेंको कचरा,करय नही गा कोनो माफ ।।
जमा करो गा एक जगा सब,डालो कचरा कूड़ेदान।
पचर पचर मत थूको संगी,खाके गुटखा पाउच पान।।
घर घर मा बनही शौचालय, जाहू झन गा बाहर आज।
बात बताहू सबला संगी,करही बहु बेटी झन लाज।।
आदत बनही सबके संगी, जाही लइका बुढ़ा जवान।
देख सफल हो जाही हमरो,हमन चलाबो जो अभियान।।
मंदिर मसजिद अउ सचिवालय,करो सफाई मिलके रोज।
होय सफाई तन के भितरी, फेंकव मनके कचरा खोज।।
गली गली मा जाके संगी,मिलके करबो सब परचार।
साफ रखव सब गली खोर ला,इही हवय गा जीवन सार।।
छंदकार - राजेश कुमार निषाद ग्राम चपरीद
रायपुर छत्तीसगढ़
बहुत सुंदर छंद बहुत बधाई
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteबहुत बढ़िया रचना
ReplyDeleteबधाई हो
बहुत सुग्घर संदेश प्रद रचना मितान बधाई हो 👌👌👌
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाई
ReplyDeleteस्वच्छता उपर सुग्घर सिरजन
ReplyDeleteबहुत सुंदर
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