गुरुबालकदास जयंती
रोला छन्द-द्वारिका प्रसाद लहरे"मौज"
सदगुरु बालकदास,जयंती आज मनाबो।
रहिस प्रतापी वीर,जगत ला बात बताबो।
सत के करय प्रचार,अमर राजा बलिदानी
संपत्ति अधिकार,दिलाइस हवय निशानी।।
गुरू बजाइस सोझ,फिरंगी मन के बाजा।
कहिथे तभे समाज,गुरू बलिदानी राजा।।
जानैं लोक समाज,गुरू के पावन गाथा।
गुरू चरन मा आज,नवाँलन सबझन माथा।।
राजा बालकदास,सबो जन के सुध लेवय।
करै सदा सत न्याय,सजा दोषी ला देवय।
औराबाँधा धाम,गुरू के अमर कहानी।
गुरू शहादत ग्राम,मुलमुला बने निशानी ।।
द्वारिका प्रसाद लहरे"मौज"
कवर्धा छत्तीसगढ़
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