*जाड़*-चोवाराम वर्मा बादल
(मधुशाला छंद)
हाथ गोड़ हा काँपत हाबय,इँतरावत हे जड़काला।
हाड़ा हाड़ा हवय पिरावत,जस कोनो कोंचे भाला।
बुढ़वा उमर शरीर हे जर्जर, डाढ़ा डाढ़ा झन्नाथे
जिनगी होगे जेल बरोबर,उप्पर ले बदली पाला।
बड़े बिहनिया धुँधरा छाये,सादा सादा के जाला।
बंद नहाना होगे हाबय,बंद पाठ पूजा माला।
घेख्खर जाड़ा नइ तो भागय,पेरुक वो होगे भारी
लादे रहिथन कथरी कमरा, अउ ओढ़न काला काला।
चोवा राम 'बादल'
हथबंद, छत्तीसगढ़
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