वीर शिवाजी जयंती पर मोर रचना
नमन मराठा पूत, छत्रपति वीर शिवाजी।
करय शत्रु से युद्ध, जीत जावंय हर बाजी।
धरे हाथ तलवार, करत जयघोष भवानी।
भरय शिवा हुंकार, काल भी माँगय पानी।
हे जीजा के लाल, शिवाजी परम प्रतापी।
सत्य धरम अउ न्याय , रखे हिरदे के झांपी।
साहस बल ला देख, मुगल बैरी थर्राये।
सुनत शिवा के नाम, काल हा तको लुकाये।।
हिन्दू मन के मान, धरम के असल पुजारी।
पर्वत छूवय पाँव, भाग्य मा सोना थारी।।
भक्ति शक्ति ले संग, न्याय के धरे तराजू।
ज्ञान बुद्धि बल शान ,खड़े हें आजू बाजू।।
आशा देशमुख
एनटीपीसी जमनीपाली कोरबा
सादर आभार भाई
ReplyDeleteरचना ल स्थान दे खातिर