हमला दवँ वरदान (सरसी छंद)
छोटे-छोटे लइका हावँन,
हमला दवँ वरदान।
आशा ले के आये हावँन,
द्वार तोर भगवान।।
सुघ्घर सुम्मत समरसता के,
दीया ला दवँ बार।
मेटव मन के जमे मइल ला,
अउ मेटव अँधकार।।
हमरो मन मा विस्वास जगाके,
हिम्मत भरव अपार।
मानवता रग- रग मा भर के,
कर दवँ प्रभु उपकार।।
होवय झन गलती हमरो से,
दिल के हावँन साफ।
छोटे-छोटे लइका हावँन,
गलती करहूँ माफ।।
-हेमलाल साहू
छंद साधक, सत्र-१
ग्राम-गिधवा, जिला-बेमेतरा
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