जिनगी के दिन चार जान
काबर करे गरब गुमान
छोटे बड़खा हें समान
मनखे मनखे एक मान ।।1 ।।
जाति धरम अउ भेद भाव
तजँव सुमत के गीत गाव
अपन अपन बाँटा कमाव
नवा नवा रिसता बनाव ।।2 ।।
अनीति नरुवा मा चिभोर
जिनगी मा झन जहर घोर
काय मोर अउ काय तोर
मया भुलागे तोर सोर ।।3 ।।
आश साँस के ठेठवार
गिनती के हे तीन चार
राम नाम हे जग अधार
करही चोला राम पार ।।4 ।।
रचनाकार
पुरूषोत्तम ठेठवार
ग्राम -भेलवाँटिकरा
पोस्ट -उरदना
जिला - रायगढ
छत्तीसगढ़
काबर करे गरब गुमान
छोटे बड़खा हें समान
मनखे मनखे एक मान ।।1 ।।
जाति धरम अउ भेद भाव
तजँव सुमत के गीत गाव
अपन अपन बाँटा कमाव
नवा नवा रिसता बनाव ।।2 ।।
अनीति नरुवा मा चिभोर
जिनगी मा झन जहर घोर
काय मोर अउ काय तोर
मया भुलागे तोर सोर ।।3 ।।
आश साँस के ठेठवार
गिनती के हे तीन चार
राम नाम हे जग अधार
करही चोला राम पार ।।4 ।।
रचनाकार
पुरूषोत्तम ठेठवार
ग्राम -भेलवाँटिकरा
पोस्ट -उरदना
जिला - रायगढ
छत्तीसगढ़
शानदार कज्जल छन्द।
ReplyDeleteसादर धन्यवाद
Deleteप्रणाम
वाहहह वाहह सुन्दर कज्जल छंद।
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय प्रणाम
Deleteबहुत बढ़िया कज्जल छंद ठेठवार जी,,,बधाई👌💐
ReplyDeleteबहुत बढ़िया कज्जल छंद ठेठवार जी,,,बधाई👌💐
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय प्रणाम
Deleteसुग्घर छन्द
ReplyDeleteधन्यवाद जी
DeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteसुग्घर भाव मा बढ़िया कज्जल छंद ठेठवार जी.।
ReplyDeleteसादर धन्यवाद सर जी
Deleteगज्जब बड़े भैया....
ReplyDeleteबहुमुखी प्रतिभा के धनी हावस तें...
सादर प्रणाम
सादर प्रणाम धन्यवाद
Deleteबधाई हो सर जी,कज्जल छंद मा समता के पाठ पढ़ाय हावव👌💐
ReplyDeleteबधाई हो सर जी,कज्जल छंद मा समता के पाठ पढ़ाय हावव👌💐
ReplyDeleteधन्यवाद आभार
Deleteबहुत सुग्घर छंद ठेठवार भइया
ReplyDeleteधन्यवाद भाई जी
Deleteधन्यवाद भाई जी
Deleteबड सुघ्घर रचना हे भाई
ReplyDeleteधन्यवाद भाई जी
Deleteबहुत सुग्घर सर
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय
Deleteधन्यवाद आदरणीय
ReplyDeleteबहुत बढ़िया कज्जल छंद
ReplyDeleteधन्यवाद दीदी
Deleteवाह्ह वाह वाह ठेठवार भइया अब्बड़ सुग्घर भावपूर्ण कज्जल छंद भइया
ReplyDeleteबहुतेच धन्यवाद भाई जी
Deleteबहुँत सुग्घर छंद ।बधाई।
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय
Deleteधन्यवाद आदरणीय
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