Followers

Tuesday, July 31, 2018

ताटक छंद-श्रीमति आशा आजाद

*शिक्षा के लाभ*

शिक्षा के अनमोल रतन ले,करलव मन उजियारा जी।
हर विपदा  मा पार  लगाही,मिट जाही अँधियारा जी।।

जम्मो कारज  बन जाथे जी,तुरते हल मिल जाथे जी।
जेखर मन मा ज्ञान दीप हे,जिनगी भर सुख पाथे जी।।

वैज्ञानिक बन जाथे कतको,खोज करें आनी बानी।
जब मशीन नावा खोजे ता,तब कहलाथे ओ ज्ञानी।।

शिक्षा के तकनीक देखले,नव विधि आज पढ़ाये गा।
प्रोजेक्टर  मा  चित्र  देख ले,सबला  देख  बताये गा।।

कम्यूटर  मा  सबो  आँकड़ा,राख  सुरक्षा  दे जानौ।
जनम मरन के कागद लेले,सुग्घर सुविधा ला मानौ।।

आनी  बानी  ज्ञान देख  ले,इंटर-नेट कहाथे गा।
एक जगा मा बइठे संगी,जम्मो खबर बताथे गा।।

मोबाईल  हे  घरो  घर मा,लेवय  घर  बइठे  सेवा।
एखर तँय हा लाभ उठाले,राख ज्ञान के तँय मेवा।।

वैज्ञानिक अउ शिक्षक बनजा,सब बोलै तोला ज्ञानी।
बनके  डाक्टर  सेवा करले,दे जिनगी  बनजा दानी।।

शिक्षा  लेके  ज्ञान  बाँट दे,शिक्षा सुख पहुचाथे गा।
शिक्षक नव रद्दा देवय सुन ,नव आधार बनाथे गा।।

सुनले  सुख  हा  ज्ञान मा बसे,मन मा दीप जलाले गा।
जिनगी मा तँय शिक्षित होके,जिनगी अपन बनाले गा।।

रचनाकार-श्रीमति आशा आजाद
पता-एसइसीएल मानिकपुर कोरबा(छ.ग)

13 comments:

  1. वाहह्ह् शिक्षा के लाभ, बड़ सुग्घर वर्णन आशा जी

    ReplyDelete
  2. Replies
    1. धन्यवाद सर जी आपमन के मार्गदर्शन आय सब

      Delete
  3. बहुत सुघ्घर हे बहिनी

    ReplyDelete
    Replies
    1. गुरु बिन ज्ञान अधूरा हे दीदी,आपमन के अमूल्य समय हा हमन बर अमरित बरोबर आय

      Delete
  4. नफे नफा हे नइये एको, घाटा सब पहिचानौ जी।
    जरय जोत शिक्षा के भाई,अइसन मन मा ठानौ जी।।
    राज करय जी हमरो भाखा, बिना लजाये बोलौ जी।
    ज्ञान कपाट सबो झन भाई, अपन अपन अब खोलौ जी।।
    बहिनी के सुंदर ताटंक छंद बर अंतस ले गाड़ा गाड़ा बधाई....

    ReplyDelete
    Replies
    1. आपमन के हिरदय ले धन्यवाद आदरणीय

      Delete
  5. बहुत बढ़िया ताटंक बधाई हो

    ReplyDelete
  6. बहुत सुन्दर रचना।

    ReplyDelete