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Saturday, February 15, 2020

विष्णुप्रद छंद (आधारित गीत )-ज्ञानुदास मानिकपुरी

विष्णुप्रद छंद (आधारित गीत )-ज्ञानुदास मानिकपुरी

तोर मया हा बनके दउँडय,खून मोर रग मा।
चाही तोर भरोसा हा बस,मोला पग पग मा।

1-दुश्मन बने जमाना रानी,आँखी देख गड़े।
    अब तो मुश्किल हावय बचना,रद्दा रोक खड़े।
कोन अपन सब हवय पराया, ये बइरी जग मा
चाही-----

2-फिकर कुछू के नइये मोला,धार तरी सर हे।
   चाहे कोनो कुछू कहय वो,नही कुछू डर हे।
तोर मया बस चाही रानी,चिल्हर या नग मा।
चाही-----

ज्ञानुदास  मानिकपुरी
ग्राम-चंदेनी
जिला-कबीरधाम (छत्तीसगढ़)

14 comments:

  1. बहुत बहुत धन्यवाद सर

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    1. धन्यवाद सर जी बहुत बहुत

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  3. बहुत बढ़िया वाहह्ह्ह्ह

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    1. धन्यवाद सर जी बहुत बहुत

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  4. बहुत बढ़िया गुरुदेव

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  5. सुग्घर गीत गुरुदेव बहुत-बहुत बधाई

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    1. धन्यवाद सर जी बहुत बहुत

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  6. बने मया पिरीत के छंद रचना सिरजाये हव ज्ञानु जी।

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    1. धन्यवाद सर जी बहुत बहुत

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  7. बहुत सुंदर, बहुत बधाई गुरुदेव

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद सर

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