*अमृतध्वनि छंद*:-
इड़हर(कढ़ी)
खाले इड़हर तँय सँगी,अम्मट मुँह चटकार।
पान कोचई काट के, बेसन ओमा डार।।
बेसन ओमा, डार फेंट के, गढ़ ले भजिया।
या चीला कस,सेंक घलो ले,तँयहा बढ़िया।।
पानी अँधना, ऊपर पैना, रख झझियाले।
दही मही मा,राँध बने फिर, इड़हर खाले।।
बोधन राम निषादराज
सहसपुर लोहारा,कवर्धा
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