. मोर बेटी भारती हीरा ये-जगदीश साहू
दोहा
हावय बेटी भारती, हीरा कस अनमोल।
दुनिया भर मा नाम हे, बोलय मीठा बोल।।
बेटी के अभियान मा, जुड़े हवय जी नाम।
बेटी के सम्मान बर, करथे सुग्घर काम।।
जाके जम्मो गाँव मा, देवत हे सन्देश।
बेटा बेटी एक हे, दूनो हरथे क्लेश।।
बेटा घर के मान हे, बेटी घर के शान।
बेटा कुलदीपक हरे, बेटी दय पहचान।।
बेटा तारे एक कुल, अपन करय उद्धार।
बेटी दू कुल तारथे, मइके अउ ससुरार।।
किस्मत वाला के करय, बेटी पूरा साध।
मारव झन गा कोंख मा, होथे बड़ अपराध।।
जगदीश "हीरा" साहू
कड़ार, भाटापारा
बहुत सुंदर हार्दिक बधाई
ReplyDeleteधन्यवाद भैया जी, नमो नमः
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