चौपाई छंद - राम आगमन
आज अवध के आही राजा।गात बधाई मंगल बाजा।।
लीप पोत घर अँगना द्वारी।बांँध पताका आमा डारी।।
जीव जुडा़वत हे महतारी।चउदह बरस टरे दिन कारी।।
राम लखन सीता सुकुमारी।जय जय कार करे नर नारी।।
राज सिंघासन सोहय पनही।राम अवध के राजा बनही।।
राज तिलक के होय तियारी।आज भाग जागे महतारी।।
राम लखन सीता मन भावँय। तीन लोक के राजा आवँय।।
सरस्वती हर धरे सितारा।सातो सुर के बरसे धारा।।
आय बहू बेटा बनवासी।दाई के दुख बनगे दासी।।
सोन थार आरती उतारय। खेवन खेवन राम पुकारय।।
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