पद्मा साहू "पर्वणी" खैरागढ़
आधारछंद____सार छंद
*विषय____छत्तीसगढ़ी भाखा* (गीत)
मान मिलै छत्तीसगढ़ी ला, मिल के कदम बढ़ावन।
आवव छत्तीसगढ़िया संगी, एला हम सिरजावन।।
छत्तीसगढ़ी भाखा के सब, मिलके मान बढ़ाबो ।
लिखबो छत्तीसगढ़ी मा अउ, गीता पाठ पढ़ाबो।।
छत्तीसगढ़ी भाखा के हम, रस्ता ला चतरावन।
मान मिलै छत्तीसगढ़ी ला, मिल के कदम बढ़ावन।।१
घर दफ्तर मा छत्तीसगढ़ी, हमन बोलबो सुग्घर।
करबों पोठ अपन संस्कृति ला, शान मान पाये बर।
शान बढ़ै हिंदी के जइसे, आवव अलख जगावन।
मान मिलै छत्तीसगढ़ी ला, मिल के कदम बढ़ावन।।२
करमा सुआ ददरिया नाचा, संस्कृति हरै पुराना।
पुरखा के इही धरोहर, हे अनमोल खजाना ।।
छत्तीसगढ़ी भाखा बर हम, सुनता जोत जलावन।
मान मिलै छत्तीसगढ़ी ला, मिल के कदम बढ़ावन।।३
मान मिलै छत्तीसगढ़ी ला, मिल के कदम बढ़ावन।
आवव छत्तीसगढ़िया संगी, एला हम सिरजावन।।
पद्मा साहू "पर्वणी"
खैरागढ़ जिला राजनांदगांव छत्तीसगढ़
सत्र ____14
No comments:
Post a Comment