*सार छंद : - हमर जुन्ना चिन्हारी*
देखव संगी आज जमाना , कइसन हावय आगे ।
नवा चलागन के आये ले , जम्मो जिनिस नँदागे ।।
गाँव गली बस्ती सब सुन्ना , शहरी करन समागे ।
छोड़ गाँव के देशी भोजन , पीजा मन ला भागे ।।
हमर गाँव के भौरा बाँटी , गिल्ली घलव गँवागे ।
रंग रंग के रहय खिलौना , सुध सबके बिसरागे ।।
करव गोठ खेती बाड़ी के , रोवय धनहा डोली ।
हमर राज मा परता पड़गे , मोर मयारू बोली ।।
धान चना अउ तिवरा संगी , होवय बड़ ओन्हारी ।
नरवा गरवा घुरवा बारी , रहिस हमर चिन्हारी ।।
किसम किसम के भाजी पाला , सरसो चेच अमारी ।
पालक मेथी पटवा भाजी , सुरता आथे भारी ।।
दाई के जाँता हर भइया , देखव कहाँ लुकागे ।
ढेंकी बहना सबो भुलागे , मिल मसीन सब आगे ।।
चाउँर के जी चीला रोटी , संगी कोन बनाथे ।
अड़सा पुड़ी संग सोंहारी , हवय कोन अब खाथे ।।
रॉपा रपली कुदरा नाँगर , बइला संग तुतारी ।
बिधना बसला संग पटासी , हमर गँवागे आरी ।।
बटकी मा बासी अउ चटनी , आज कोन जी खाही ।
बोली भाखा धनहा डोली , मान कहा ले पाही ।।
जतन करव जी मिलके संगी , आवय हमर चिन्हारी ।
भाखा महतारी हर पावय , मान आय हे पारी ।।
रचनाकार - मयारू मोहन कुमार निषाद
गाँव - लमती , भाटापारा , बलौदाबाजार
अति सुग्घर भाई,सच मा आज धीरे धीरे सब नँदावत जात हे👌👍👏💐💐बधाई हो भाई💐
ReplyDeleteधन्यवाद दीदी 🙏🙏
Deleteअति सुन्दर भाई जी । बधाई हो
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद प्रणम्य राज भइया गो 🙏🙏
Deleteबहुत बढ़िया रचना भैया ।
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद दीदी 🙏🙏
Deleteअति सुन्दर रचना भाईजी
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद प्रिय ज्ञानु भइया जी 🙏🙏
Deleteअति सुन्दर रचना भाईजी
ReplyDeleteधन्यवाद भइया 🙏🙏
Deleteबहुत सुंदर वाह्ह वाह्ह मयारू भैया जी,,,,, गाँव गली हर धोखा से गाँव लगी लिखा गे हे काय भैया।।।
ReplyDeleteगाँव ये गली ये भइया धन्यवाद गो उमाकांत भइया 🙏🙏
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ReplyDeleteअति सुन्दर रचना भाईजी
धन्यवाद भइया गो 🙏🙏
Deleteबहुत सुन्दर मयारू भाई
ReplyDeleteधन्यवाद गो लहरे भइया 🙏🙏
Deleteबहुत बढ़िया बधाई
ReplyDeleteधन्यवाद गो बघेल भइया 🙏🙏
Deleteहार्दिक बधाई मोहन भाई
ReplyDeleteधन्यवाद अहिलेश्वर भइया 🙏🙏
Deleteबहुते बढिया रचना भइया जी, लाजवाब सादर बधाई
ReplyDeleteधन्यवाद गो गुमान भइया 🙏🙏
Deleteवाह वाह लाजवाब सृजन। हार्दिक बधाई
ReplyDeleteसादर हृदय से आभार प्रणम्य "बादल" भइया जी 🙏🙏
Deleteलाजवाब सृजन भाई, एक ले सेक छंद हे... बहुत बधाई
ReplyDeleteसादर आभार संग धन्यवाद गो चन्द्राकर भइया 🙏🙏
DeleteJay ho bhai
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद प्रिय सनमीत भइया 🙏🙏
Deleteबहुत सुघ्घर सृजन हे भाई
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद प्रणम्य दीदी जी 🙏🙏
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