छन्द के छ परिवार की वर्ष 2019 में प्रमुख गतिविधियाँ
"छन्द के छ" एक आंदोलन है जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ी भाषा को व्याकरण-सम्मत बनाते हुए समृद्ध करना है। इसकी स्थापना तिथि अक्षय तृतीया, वर्ष 2016 को हुई। छन्द के छ में ऑनलाइन कक्षाएँ होती हैं। प्रत्येक कक्षा में दस से बारह प्रतिभावान अनगढ़ कवि होते हैं जिन्हें व्याकरण की जानकारी देते हुए विभिन्न प्रकार के छन्द शुद्धतापूर्वक कैसे लिखे जाते हैं, यह सिखाया जाता है। सिखाने वाला गुरु और सीखने वाला शिष्य या साधक कहलाता है। जब नया शिष्य भलीभाँति सीख जाता है तो वही गुरु की भूमिका निभाते हुए नई कक्षाओं में छन्द सिखाता है, इस प्रकार जहाँ लुप्त होते भारतीय छन्द, छत्तीसगढ़ी भाषा में संरक्षित हो रहे हैं वहीं लुप्त होती गुरु-शिष्य परम्परा भी पुनर्जीवित हो रही है।इसमें गुरु शिष्य के अलावा और किसी भी प्रकार के पदाधिकारी नहीं हैं। यह आंदोलन अनुशासन के साथ अपनी गरिमा को बनाये हुए अनवरत गतिशील है।
"छन्द के छ" पारस्परिक सहयोग से प्रतिवर्ष दो आयोजन करता है। पहला आयोजन स्थापना दिवस के रूप में होता है जो अक्षय तृतीया के नजदीक के किसी रविवार को आयोजित होता है। दूसरा आयोजन दीवाली मिलन समारोह के रूप में दीपावली पर्व के बाद किसी रविवार को आयोजित किया जाता है। इस वर्ष स्थापना दिवस 12 मई 2019 को कबीरधाम (कवर्धा) में मनाया गया। इस आयोजन में छन्द के छ परिवार के ऐसे साधकों को "छत्तीसगढ़ी छन्द रतन" सम्मान से सम्मानित किया गया जिन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में छन्द संग्रह प्रकाशित करवाया है। इस वर्ष सर्वश्री रमेशकुमार सिंह चौहान, चोवाराम "बादल" और मनीराम साहू "मितान" को छत्तीसगढ़ी छ्न्द रतन सम्मान से सम्मानित किया गया। जगदीश हीरा साहू को छत्तीसगढ़ी नवोदित छ्न्दकार सम्मान से सम्मानित किया गया। इसी आयोजन में चार किताबों का विमोचन भी किया गया। चोवाराम बादल के हिंदी गद्य संग्रह "जुड़वा बेटी", मनीराम साहू मितान के छत्तीसगढ़ी भाषा के खण्ड काव्य "हीरा सोनाखान के", महेंद्र देवांगन माटी की छत्तीसगढ़ी में किताब "तीज तिहार अउ परम्परा" के साथ ही जगदीश हीरा साहू की छत्तीसगढ़ी भाषा में किताब "सार छन्द मा सम्पूर्ण रामायण" का विमोचन इसी आयोजन में हुआ। अंतिम सत्र में राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़ी भाषा में छन्दमय कविसम्मेलन हुआ। स्थापना दिवस के संयोजक सर्वश्री ज्ञानुदास मानिकपुरी, सुखदेव सिंह अहिलेश्वर रहे। नवोदित साधकों सर्वश्री द्वारिका प्रसाद लहरे और अश्विनी कोसरे का इसमें सराहनीय योगदान रहा। आयोजन के चित्र प्रस्तुत हैं जो आयोजन की भव्यता के स्वतः ही साक्षी हैं -
छत्तीसगढ़ी छन्द रतन सम्मान से सम्मानित मनीराम साहू मितान का खण्ड काव्य हीरा सोनखान के
महेंद्र देवांगन माटी - तीज तिहार अउ परम्परा
जगदीश हीरा साहू - सम्पूर्ण रामायण
चोवाराम बादल - जुड़वाँ बेटी
कबीरधाम में छन्द के छ स्थापना दिवस का निमंत्रण पत्र
विमोचन - सम्पूर्ण रामायण
छत्तीसगढ़ी छन्द रतन सम्मान - रमेश कुमार सिंह चौहान
छत्तीसगढ़ी छन्द रतन सम्मान - चोवाराम बादल
विमोचन - जुड़वाँ बेटी
छत्तीसगढ़ी छन्द प्रेरणा सम्मान - डॉ. विनोद कुमार वर्मा
डॉ. विनोद कुमार वर्मा को भी इस आयोजन में "छत्तीसगढ़ी छन्द प्रेरक" सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने इस अवसर पर अपनी किताब "छत्तीसगढ़ी का सम्पूर्ण व्याकरण" बहुत ही कम मूल्य पर वितरित की। विशेष उल्लेखनीय है कि इस व्याकरण किताब के "छन्द" वाले पाठ में छन्द के छ के अनेक साधकों के छन्द, उदाहरण के रूप प्रस्तुत किये हैं। छन्द के छ परिवार के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।
छत्तीसगढ़ी सम्पूर्ण व्याकरण की प्रति माननीय विधायक श्रीमती ममता चंद्रकार को भेंट करते हुए विनोद कुमार वर्मा, बलराम चंद्रकार, चोवाराम बादल, सुखदेव सिंह अहिलेश्वर
छन्द साधक हेमलाल साहू ने अपने विवाह के अवसर पर छत्तीसगढ़ी भाषा में छन्दमय कविसम्मेलन का आयोजन करके एक मिसाल पेश की।
हीरा सोनखान के - विमोचन
रायपुर में दीपावली मिलन समारोह का निमंत्रण पत्र
चंद्रकार छात्रावास मंगल भवन में दीवाली मिलन समारोह का आयोजन
संयोजक सर्वश्री बलराम चंद्रकार, सूर्यकान्त गुप्ता और डॉ.(श्रीमती) मीता अग्रवाल
छन्द के छ के साधकों की सादगी
कबीरधाम के आयोजन में साधक मिनेश साहू ने साधक अरुण कुमार निगम का रेखाचित्र बना कर भेंट दी।
कबीरधाम के आयोजन का ग्रूप फोटो
स्थापना दिवस के आयोजन में "छत्तीसगढ़ी भाषा" को महतारी के रूप में मानते हुए एक स्वरूप की परिकल्पना की गई जिसे साकार रूप देने का कार्य, साधक ईश्वर साहू बंधी ने किया। आयोजन में चित्र का लोकार्पण किया गया।
दीवाली मिलन समारोह के संयोजन बलराम चंद्रकार
दीवाली मिलन समारोह के अंत में ग्रूप फ़ोटो
परस्पर आत्मीय भेंट करते साधकगण
वर्ष 2019 के दौरान "छन्द के छ" के साधकों की अन्य सराहनीय उपलब्धियाँ
छत्तीसगढ़ी साहित्य परिषद द्वारा छत्तीसगढ़ी दिवस समारोह में 28 नवम्बर 2019 को सम्मानित होते हुए छन्द साधक अरुण कुमार निगम
न्यूज 36 छत्तीसगढ़ी वेब समाचार चैनल म "छंद के छ" के साधक सुरेश पैगवार जी,बलराम चन्द्राकर जी,दुर्गा प्रसाद इजारदार जी अउ जीतेन्द्र वर्मा खैरझिटिया,माते हे होली कार्यक्रम म छंदबद्ध काव्य पाठ करिन।
छंद के छ के साधक जीतेन्द्र वर्मा खैरझिटिया,पहली बेर आकाशवाणी बिलासपुर म बसन्त पंचमी के बेरा म छंदबद्ध कविता पढ़े बर आमन्त्रित होइस।
कवि मेहतर राम साहू - सुरता, बागबाहरा की काव्यपाठ प्रतियोगिता में छन्द के छ के साधकगण
काव्यपाठ प्रतियोगिता में चयनित छन्द के छ के साधक उमाकांत टैगोर
वर्ष 2019 के दौरान छन्द साधिका आशा आजाद ने दूरदर्शन छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी में छन्दों की प्रस्तुति देने का अवसर प्राप्त हुआ।
आशा आजाद को न्यूज़ 36 द्वारा सम्मानित किया गया।
छन्द साधक सुखदेव सिंह अहिलेश्वर को आकाशवाणी रायपुर में काव्यपाठ करने का सुअवसर प्राप्त हुआ।
छन्द साधिका शोभामोहन को पं. सुन्दरलाल शर्मा अलंकरण प्राप्त।
शोभामोहन श्रीवास्तव का अलंकरण पत्र
छन्द साधक कन्हैया साहू अमित का हिन्दी भाषा में छन्द संकलन "कविताई कैसे करूँ" प्रकाशित।
बहुत सुग्घर गुरुदेव
ReplyDeleteवाह शानदार गुरुदेव
ReplyDeleteमैं हां घलो गुरुदेव ल जनकवि कोदूराम दलित जी के छायाचित्र भेंट करें रहेव खैरझिटिया गुरुदेव । ये पटल मं स्थान देतेव त यादगार पल सुरक्षित हो जातिस,🙏
Deleteवाहहहह!वाहहह!गुरुदेव बड़ सुग्घर सहेजे हव।सादर चरण वंदन...
ReplyDeleteबहुत ही सुग्घर हे,गुरुदेव ।सादर नमन ।
ReplyDeleteसुग्घर संकलन हे गुरुदेव।सादर प्रणाम।
ReplyDeleteघाते सुग्घर जानकारी जेला आप सकेल के परोसे हव,आप ला सादर पयलगी हे
ReplyDeleteवाह अतिसुग्घर अतका बढ़ियाँँ हमर छंद परिवार के उपलब्धि ला
ReplyDeleteबखान करे हव आपमन,आनंद आगे गुरुदेव,हमर छंद परिवार के जम्मो साधक साधिका मन अइसनहे आधू बढ़य अउ देश के राज के नाव करय🙏🙏💐💐💐👍👏
अविस्मरणीय संकलन गुरुदेव
ReplyDeleteअविस्मरणीय संकलन गुरुदेव
ReplyDeleteबहुत सुग्घर गुरुदेव जी सादर नमन
ReplyDeleteगुरुदेव जी के आशीर्वाद ले
ReplyDeleteसत्र 2019 में छंद के छ के सफल आयोजन होइस, अउ उँकर एक साथ संकलन।
मैं गुरुदेव जी के कृतज्ञ हँव कि महूँ ला एमा शामिल होये के लाइक बनाइच.....
जय जोहार
गुरुदेव जी के आशीर्वाद ले
ReplyDeleteसत्र 2019 में छंद के छ के सफल आयोजन होइस, अउ उँकर एक साथ संकलन।
मैं गुरुदेव जी के कृतज्ञ हँव कि महूँ ला एमा शामिल होये के लाइक बनाइच.....
जय जोहार
बड़ सुग्घर संकलन-
ReplyDeleteहमर परम शौभाग्य आय कि हमूं छन्द परिवार के सदस्य हॅंन।🙏🌺
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ReplyDeleteछंद के छ आंदोलन के एक हिस्सा बने के सौभाग्य मिले हे एहू कोनो सम्मान ले कम बड़े बात नइ हे। दिनों दिन हमर परिवार बाढ़त जावत हे अउ छत्तीसगढ़ के जम्मो साहित्यकार एके बिरवा के छाँव म अपन माटी महतारी अउ छत्तीसगढ़ी साहित्य के सेवा म लगे हे। ये उदिम मिल के पथरा साबित होही एमा कोई दु राय नइ हे।
ReplyDeleteबड़ सुग्घर संकलन गुरूदेव जी,सादर प्रणाम
ReplyDeleteबहुत बढ़िया छन्द के छ के कार्यक्रम के जानकारी
ReplyDeleteप्रेरणा भरे गजब सुघ्घर संकलन पूज्य गुरुदेव जी
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