सार छंद गीत-श्रीमती आशा आजाद
समता हिरदे बस जाये जी,भाईचारा लावौ।
समरसता के भाव रहै जी,उजियारा बगरावौ।।
मनखे मनखे एक रहय जी,गुनलौ सुग्घर बानी।
गुरुघासीदास बबा हा जी,अबड़ राहीन ज्ञानी।
छूआछूत ला दूर भगाके,सबझन मन दमकावौ।
समता जग मा बगरावौ जी,भाईचारा लावौ।।
बाबा अम्बेडकर ह बोलिन,जात पात ला भूलौ।
सुग्घर जम्मो काज करौ जी,मन ले मन ला छूलौ।
मनुज रक्त हा एक हवे जी,मानवता अपनावौ।
समता जग मा बगरावौ जी,भाईचारा लावौ।।
गाँधी जी के नेक वचन ला,सबझन सुग्घर मानौ।
झूठ लबारी गोठ त्याग के,नेक करम पहिचानौ।
भेदभाव ला तोड़ौं जम्मो,झरखा द्वेष मिटावौ।
समता जग मा बगरावौ जी,भाईचारा लावौ।।
इँदिरा गाँधी ज्ञान देत हे,नारी साहस धरलौ।
अनाचार ले जुरमिल लड़हूँ,तन लोहा कस रखलौ।
शिक्षा के अनमोल रतन ले,जन जन मा फैलावौ।
समता जग मा बगरावौ जी,भाईचारा लावौ।।
झाँसी के रानी के हिम्मत,सबला ये सिखलाथे।
मुसकिल होवै कतको भारी,दुनियाँ ले लड़ जाथे।
अंतस हिरदे जोश जगाके,कमजोरी ल भगावौ।
समता जग मा बगरावौ जी,भाईचारा लावौ।।
छंदकार-श्रीमती आशा आजाद
पता-मानिकपुर, कोरबा छत्तीसगढ़
उदाहरण सहित सुग्घर रचना बहिनी
ReplyDelete🌹🌹🙏🙏🌹🌹
धन्यवाद बड़े भैया,आपमन के आशीर्वाद
Deleteहे🙏
वाह्ह्ह वाह्ह्ह दीदी
ReplyDeleteबड़ सुग्घर रचना बर बहुत बहुत बधाई दीदी
ReplyDeleteधन्यवाद भाई🙏🙏
Deleteधन्यवाद भाई,आप सबके मार्गदर्शन सदैव सबके उपर बरसत रहै🙏
ReplyDeleteबड सुग्घर सुमता के संदेश देवता रचना बहिनी सुग्घर सृजन
ReplyDeleteसुग्घर सृजन बहिनी बहुत बधाई
ReplyDeleteहिरदे ले धन्यवाद दीदी जी🙏
Deleteबहुत बहुत बधाई हो बहिनी
ReplyDeleteसुघ्घर सृजन
धन्यवाद गुरुदीदी🙏
Deleteसादर चरण वंदन🙏
अति सुन्दर दीदी जी हार्दिक बधाई हो
ReplyDeleteधन्यवाद भाई🙏
Deleteसुग्घर सार छंद
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई
धन्यवाद आपमन के🙏
Deleteबहुत सुन्दर दीदी
ReplyDeleteधन्यवाद भाई🙏
Deleteअति सुन्दर दीदी जी हार्दिक बधाई हो
ReplyDeleteबहुत सुंदर सार छंद बधाइयाँ
Deleteसुग्घर सिरजन सार छंद मा दीदी सादर बधाई
ReplyDeleteसुग्घर सृजन।
ReplyDeleteसुग्घर सृजन।
ReplyDeleteवाहहहह!वाहहह!बड़ सुग्घर
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