छप्पय छंद-साफ सफाई~कन्हैया साहू 'अमित'
साफ सफाई राख, अपन घर कुरिया अँगना।
तन-मन करले साफ, रोग झन सँचरे सँग ना।
रोज करव असनाँद, रगड़ के खूब नहावव।
धो के दूनों हाथ, फेर पाछू कुछु खावव।
साफ सफाई ले रहव, साबुन सोडा साथ मा।
कभू अलाली झन करव, सरी जतन हे हाथ मा।-1
गली खोर मैदान, खेत अउ कोलाबारी।
राखव सुग्घर साफ, गजब छावय उजियारी।
जाला कचरा खोज, बाहरी धरके देखव।
गोड़ा गोर्डा आँट, पठेरा पोठ सरेखव।
कोठा अउ कोठार ला, परछी अउ परसार ला।
तरिया तीर तखार ला, खरहारव निस्तार ला।-2
असल बात दव ध्यान, रोग हा हमर असादी।
मिटे देश ले रोग, आय तब असल अजादी।
किरिया खा लव आज, सफाई अब अपनाबो।
जुरमिल सब जुरियाव, देश ला हम उजराबो।
बिन सकेल के डार दव, कचरा कूड़ादान मा।
सँचरे झन जी रोग हा, हमरे हिन्दुस्तान मा।-3
कन्हैया साहू 'अमित'
भाटापारा छत्तीसगढ़
छंद साधक
बहुत बढ़िया भाई 🌹🌹🌹🙏🙏
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