विष्णु - पद छंद - श्रीमती शकुन्तला शर्मा
अमल विमल वर दे
सुर सरसती तोर जस गावौ, बुध देवव जननी
सादा लुगरा पहिरे आवौ, लछमी के बहिनी ।
हंस वाहिनी जगत तारिनी, सबो दोख हर ले
सब गुन विद्या रूप स्वामिनी, शकुन शरन धर ले ।
बीना के झंकार सुना के, हमला गति मति दे
पोथी के सब ग्यान बता के,भगति विमल रति दे ।
ग्यान लोक म महू किन्दर के, तोर शरन परते
तार तान ला महू साध के, तोर नाव जपते ।
जहाँ सरसती लछमी आथे, जानत हे मनखे
तोर संग सब सुख हर भाथे, मन भीतर हरखे ।
हंस सही बिन लौ गुन गुन ला,अइसे मन मति दे
भीतर के कषाय कल्मष ला, बाहिर कर गति दे ।
तोर भगति मा बूडे हावौ, जनम सफल कर दे
मनखे जनम फेर मैं पावौ, अमल विमल वर दे ।
रचनाकार - श्रीमती शकुन्तला शर्मा, भिलाई, छत्तीसगढ़
अमल विमल वर दे
सुर सरसती तोर जस गावौ, बुध देवव जननी
सादा लुगरा पहिरे आवौ, लछमी के बहिनी ।
हंस वाहिनी जगत तारिनी, सबो दोख हर ले
सब गुन विद्या रूप स्वामिनी, शकुन शरन धर ले ।
बीना के झंकार सुना के, हमला गति मति दे
पोथी के सब ग्यान बता के,भगति विमल रति दे ।
ग्यान लोक म महू किन्दर के, तोर शरन परते
तार तान ला महू साध के, तोर नाव जपते ।
जहाँ सरसती लछमी आथे, जानत हे मनखे
तोर संग सब सुख हर भाथे, मन भीतर हरखे ।
हंस सही बिन लौ गुन गुन ला,अइसे मन मति दे
भीतर के कषाय कल्मष ला, बाहिर कर गति दे ।
तोर भगति मा बूडे हावौ, जनम सफल कर दे
मनखे जनम फेर मैं पावौ, अमल विमल वर दे ।
रचनाकार - श्रीमती शकुन्तला शर्मा, भिलाई, छत्तीसगढ़
विष्णु पद छन्द मा विमल भाव के संग विधान सम्मत रचित अनुपम वन्दना बर आदरणीया दीदी शर्मा जी ला नमन के संग हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteधन्यवाद, चोवा ! 😊
Deleteसुग्घर बिष्णुपद छंद सिरजन दीदी जी।
ReplyDeleteपयलगी अउ नंगत बधाई।
खुश रहो,अमित !😊
Deleteविष्णु पद छन्द मा विधान सम्मत अनुपम वन्दना बर आदरणीया दीदी हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteविष्णु पद छन्द मा विधान सम्मत अनुपम वन्दना बर आदरणीया दीदी हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteधन्यवाद, अजय !
Deleteदीदी ल सादर पायलागी अउ अनुपम छंद बर बधाई
ReplyDeleteसदा खुश रहो, जितेन्द्र! 😊
Deleteखुश रहो, जितेन्द्र! ��
Deleteविष्णु पद छंद मा अनुपम वंदना के सृजन दीदी ल बधाई।सादर प्रणाम।
ReplyDeleteधन्यवाद, सुखदेव! 😊
Deleteबधाई।
ReplyDeleteबधाई।
ReplyDeleteधन्यवाद! 😊
Deleteबड़ सुग्घर विष्णु पद छंद रचे हव दीदी।बहुँत बहुँत बधाई।
ReplyDeleteअतिसुन्दर विधान सम्मत विष्णुपद छंद
ReplyDeleteबहुत बढ़िया विष्णु पद छंद दीदी
ReplyDeleteवीणावादिनी माँ सरस्वती के विष्णु पद छंद मा बहुतेच सुग्घर वंदना,दीदी ।बहुत बहुत बधाई अउ शुभकामना।प्रणाम ।
ReplyDeleteमाँ सरस्वती के बड़ सुघ्घर बन्दना।बधाई हो दीदी!!
ReplyDeleteवाहःहः दीदी अनुपम भाव छंद सृजन
ReplyDeleteसादर नमन शारद स्वरूपा दीदी
दीदी के रचना अति सुंदर, पटल अमर कर दे।
ReplyDeleteमातु शारदे हमर मूढ़ के ज्ञान खान भर दे।।
दीदी ल सादर सहृदय अनंत बधाई....
दीदी बहुँत बढ़िया... बधाई आपमन ल
ReplyDeleteबहुत सुग्घर रचना दीदी।सादर बधाई
ReplyDeleteबहुत सुग्घर रचना दीदी।सादर बधाई
ReplyDeleteआनन्द आगय दीदी रचना ला पढ़के
ReplyDeleteअबड़ सुंदर के छंद रचना बर आप ल नमन
ReplyDelete