अमृत ध्वनि छंद - अनिल सलाम
जाहू झन परदेश
जाहू झन परदेश जी, करव गाँव मा काम।
करही गाँव विकास जी, जग मा होही नाम।।
जग मा होही, नाम गाँव के, मान बढ़ाहू।
चर्चा होही, जगा जगा मा, नाम कमाहू।।
आज ठान लव, सरग बरोबर, गाँव बनाहू।
गाँठ बाँध लव,कभू गाँव ले, अब नइ जाहू।।
नवा जमाना
नवा जमाना आय हे, मनखे बदले चाल।
झूठ लबारी ले भरे, बगरे माया जाल।।
बगरे माया, जाल देख बड़, अचरज होथे।
सब झन के ये, हाल देख के, दुनिया रोथे।।
सब फैशन के, पाछू परके, होय दिवाना।
अपने संस्कृति, आज भूल गे, नवा जमाना।।
नवा बिहान
देखव हमर किसान के, आगे नवा बिहान।
नाँगर बइला फाँद के, बोवत हावय धान।।
बोवत हावय, धान करत हे, बूता भारी।
मगन हवय जी, छोड़ सबो गा, दुनिया दारी।।
काहत हावय, सबो अपन के, गरवा छेकव।
रौंदावत हे, धान सबो के, महिनत देखव।।
बलिदान
देवत हे बलिदान जी, देखव हमर जवान।
रक्षा करथें देश के, धरे हथेली जान।।
धरे हथेली, जान लहू ला , अपन बहाथे।
हो शहीद जी, सदा देश मा, अमर कहाथे।।
सदा देश के, रक्षा खातिर, किरया लेवत।
प्रान देय जी, रोज हमर बर, पहरा देवत।।
बइरी
बनके बइरी चीन हा, हम ला आँख दिखाय।
जीछुट्टा कस देख ले, सीमा मा घुस आय।।
सीमा मा घुस, आय करत हे, मारा मारी।
हमर देश के, मनखे मन सब, देवय गारी।
हमरो सेना, सीमा मा जी, हावय तनके।
अपन फरज ला, सदा निभावय, रक्षक बनके।।
बरखा रानी
बरखा रानी आय हे, तन मन ला हरसाय।
रच पच माते खेत हा, थरहा बाढ़त जाय।।
थरहा बाढ़त, जाय सबो के, दिखथे हरियर।
सुआ ददरिया, गात जगावत, हावँय सुग्घर।।
चलत हवय जी, टेक्टर नाँगर, आनी बानी।
आय किसानी, बेर बरसगे, बरखा रानी।।
धमका(उमस)
भारी बादर छाय जी, लागे धमका घोर।
बूता करथों खेत मा, बहय पसीना मोर।।
बहय पसीना, मोर अबड़ जी, थक हा लागे।
तर मर लागे, जीव छाँव बर, मन हा भागे।।
उसरत नइहे, बूता हावय, खेती बारी।
लिखे पढ़े बर, गजब आजकल,मुश्किल भारी।।
मँय
छोड़व मँय के मोह ला, हम सब हावन एक।
भेद भाव ला छोड़ के, रद्दा चलबो नेक।।
रद्दा चलबो, नेक सबो झन, संगे रहिबो।
कोनो नइ हन, ऊँच नीच जी, सबला कहिबो।।
मिलय बरोबर, हक सब ला जी, मुँह ह झन मोड़व।
हम सब रहिबो, साथ सबो झन, मँय ला छोड़व।।
रचना
अनिल सलाम
गाँव नयापारा उरैया
तहसील नरहरपुर
जिला कांकेर (छ.ग.)
हार्दिक बधाई सर बेहतरीन
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यावाद गुरुदेव 🙏🙏💐
Deleteबहुत सुंदर सर
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यावाद सर जी 🙏🙏💐
Deleteसन्देश परक अमृत ध्वनि छंद, बधाई
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यावाद गुरुदेव 🙏🙏
Deleteबहुत सुग्घर अनिल जी
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यावाद गुरुदेव 🙏🙏
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