छन्न पकैया छंद :-जगदीश साहू"हीरा"
गोदी
छन्न पकैया छन्न पकैया, खुले गाँव मा गोदी।
जावय चैतू अउ बैशाखू, मंगल संग भिनोदी।।1।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,धरके रापा गैती।
चैत संग मा जावत हावय, झउँहा बोहे चैती।।2।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, सबके किस्मत जागे।
रोजगार गारंटी आगे, काम सबो झन पागे।3।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, रहिके गाँव कमावय।
नइ लागय परदेश जाय बर, सबके मन ला भावय।।4।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, जुरमिल सबझन आवव।
ये सुग्घर सन्देश सबोझन, जगा-जगा बगरावव।।5।।
जगदीश "हीरा" साहू
कड़ार (भाटापारा)
बेहतरीन सर जी
ReplyDeleteधन्यवाद गुरुदेव जी
ReplyDeleteधन्यवाद गुरुदेव जी
ReplyDeleteधन्यवाद गुरुदेव जी
ReplyDeleteबहुत सुन्दर छन्न पकैया जगदीश सर
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