छन्न पकैया छन्द- गुमान प्रसाद साहू
।।जुरमिल पेड़ लगावौ।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, जुरमिल पेड़ लगावौ।
धरती दाई के कोरा ला, हरियर सबो बनावौ।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, पेड़ गिराथे पानी।
रखौ जतन के जंगल झाड़ी, हरय इही जिनगानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, करव नहीं मनमानी।
पानी बड़ अनमोल हवै जी, रखौ बचा के पानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, कचरा झन फैलावौ।
गाँव गली सब साफ रखौ अउ, साफ देश ल बनावौ।।
।।बरसा पानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, बरसत हावय पानी।
नदिया नरवा भरे लबालब, चूहन लागे छानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, मौसम लगे सुहानी।
खेत खार हा होगे हरियर, धरती होगे धानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,पानी बरसे भारी।
खेत खार सब जोतन लागे, बोवन लागे बारी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, नदियाँ म पुरा आही।
तब पानी बिकराल रूप मा, भारी करै तबाही।।
छंदकार- गुमान प्रसाद साहू ग्राम समोदा(महानदी)
जिला-रायपुर छत्तीसगढ़
।।जुरमिल पेड़ लगावौ।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, जुरमिल पेड़ लगावौ।
धरती दाई के कोरा ला, हरियर सबो बनावौ।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, पेड़ गिराथे पानी।
रखौ जतन के जंगल झाड़ी, हरय इही जिनगानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, करव नहीं मनमानी।
पानी बड़ अनमोल हवै जी, रखौ बचा के पानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, कचरा झन फैलावौ।
गाँव गली सब साफ रखौ अउ, साफ देश ल बनावौ।।
।।बरसा पानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, बरसत हावय पानी।
नदिया नरवा भरे लबालब, चूहन लागे छानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, मौसम लगे सुहानी।
खेत खार हा होगे हरियर, धरती होगे धानी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,पानी बरसे भारी।
खेत खार सब जोतन लागे, बोवन लागे बारी।।
छन्न पकैया छन्न पकैया, नदियाँ म पुरा आही।
तब पानी बिकराल रूप मा, भारी करै तबाही।।
छंदकार- गुमान प्रसाद साहू ग्राम समोदा(महानदी)
जिला-रायपुर छत्तीसगढ़
गजब सुग्घर भाईजी
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