छन्न पकैया छंद-राजकिशोर धिरही
छन्न पकैया छन्न पकैया,काबर जप थव माला।
काम करे ले सुग्घर जिनगी,असन दुःख के भाला।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,पेट काम ले भरथे।
पूजा ला कतको कुन करले,मिहनत वाला तरथे।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,ढोंगी ला भगवारौ।
बइगा के चक्कर मा आके,मंतर ला झन मारौ।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,भगवान ददा दाई।
काम परै घर के मनखे हा,नता बने हे भाई।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,चेत लगा के रइहा।
झूठ लबारी मा आ के जी,मुँह ले झन तो कइहा।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,सरग नरक नइ होवै।
सब्बो पापी ला जेल परै,अपने करनी रौवै।।
राजकिशोर धिरही
तिलई,जांजगीर
मोबा-9827893645
छन्न पकैया छन्न पकैया,काबर जप थव माला।
काम करे ले सुग्घर जिनगी,असन दुःख के भाला।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,पेट काम ले भरथे।
पूजा ला कतको कुन करले,मिहनत वाला तरथे।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,ढोंगी ला भगवारौ।
बइगा के चक्कर मा आके,मंतर ला झन मारौ।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,भगवान ददा दाई।
काम परै घर के मनखे हा,नता बने हे भाई।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,चेत लगा के रइहा।
झूठ लबारी मा आ के जी,मुँह ले झन तो कइहा।।
छन्न पकैया छन्न पकैया,सरग नरक नइ होवै।
सब्बो पापी ला जेल परै,अपने करनी रौवै।।
राजकिशोर धिरही
तिलई,जांजगीर
मोबा-9827893645
सुग्घर छन्न पकैया छंद भैया
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई सर
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई सर
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