*संयुक्ताक्षर*
*आधा अक्षर के मात्रा गणना समझ मा आय के बाद संयुक्ताक्षर के मात्रा गणना बहुत सरल हो जाथे।*
*क्ष त्र ज्ञ अउ श्र ये चारों संयुक्ताक्षर दू वर्ण के मेल ले बने हे।देखव-*
क्ष=क् +ष*
त्र =त् +र
ज्ञ =ज् +ञ
श्र =श् +र
*पहिली वर्ण आधा अउ दूसर वर्ण पूरा रहिथे।*
*(ऊपर बताये अनुसार ज्ञ के सहीं विभाजन ज् +ञ आय पर आप अभ्यास बर ग् +य लिख सकत हव।ये सिरिफ टाईप करे के सुविधा बर रही।)*
*ये संयुक्ताक्षर जब शब्द के पहिली अक्षर बिना मात्रा के साथ आही तब लघु माने जाही।*
*क्षय=(क् ष )+य =1+1=2*
*जब शब्द के बीच मा आही*तब एखर विभाजन के आधा वर्ण अपन पहिली वाले वर्ण संग मिल के ओला गुरू कर दिही।*
*वक्ष=(व +क्) +ष =2+1=3*
*अगर पहिली वाले अक्षर गुरु हे तब संयुक्ताक्षर के आधा वर्ण गिनती मा नइ आही।*
पात्र=(पा+त्) +र =(2) +1=3
*ये नियम चारों संयुक्ताक्षर बर लागू होही।*
*अभ्यास - 5*
क्षर, क्षार, त्रय, त्रास, ज्ञान, ज्ञाता, श्रम, श्रवण, रक्षा, दक्ष, मित्रा, यत्र, विज्ञान, विज्ञ, श्रीमान, मिश्री।
अभ्यास के समय 24 घंटा।
अरुण निगम
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