विधान- अरविंद सवैया
अरविंद सवैया-
8 घव सगन + लघु
112×8 + लघु
उदाहरण-
खँइता तन के खँइता मन के, खँइता धन के करथे मतवार।
डउके तरसे लइका कलपे कब के बिसराइन तीज तिहार।
नहकाय भला कइसे नदिया घुनही घनई टुटहा पतवार।
तज दे भइया मँद नास करे, मनखे सँग मा समुहे परिवार।
अरुण निगम
No comments:
Post a Comment