*आज के पाठ*
*जगण*
"तीन अक्षर के एक शब्द" जेकर मात्रा लघु, गुरु, लघु माने 1, 2, 1 के क्रम मा हो, जगण कहे जाथे। अइसन शब्द ले दोहा के कोनो चरण चालू नइ करना चाही, नइ तो लय भंग हो जाथे।
जगण के उदाहरण -
किसान
मकान
दुकान
कबीर
अगास
पताल
सियान
बहार
कदंब
आदि।
हालाँकि इन शब्द के कुल मात्रा 4 होथे फेर मात्रबाँट के नियम मा जगण के प्रयोग झन करव।
*अइसने 5 मात्रा वाले शब्द ले घलो दोहा के कोनो चरण के शुरुवात नइ होना चाही नइ तो लय भंग होही*
5 मात्रा वाले शब्द के उदाहरण -
आसरा
भरोसा
तुतारी
बाजार
कमाई
आकाश
पाताल
कामना
सारथी
चाहिए.......आदि
जगण के प्रयोग-
जगण के पहली द्विकल या त्रिकल जरूरी हे।
मैं किसान के- 332
काहत हवय कबीर- 4 4 2
सुघ्घर गोठ सियान के-4 4 212
धर मशाल चल-332
होगे हवै बिहान-4 4 21
जल मसाल कस- 332
हमर किसान जवान- 44 21(दू जगण)
अरुण कुमार निगम*
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