विधान-मोद सवैया
मोद सवैया मा भगण के संगेसंग मगण अउ सगण के प्रयोग होथे।
विधान- 5घाव भगण+मगण +सगण+गुरु
(211×5)+(222)+(112)+(गुरु)
दू दिन के रहना बसना बस काबर
211, 211, 211 , 211, 211
माया मोह भुलाना
22 2, 112, 2
उदाहरण -
दू दिन के रहना बसना बस काबर माया मोह भुलाना।
सुग्घर बाँट मया सबला मनखे जिनगी के काय ठिकाना।
काम कभू कखरो नइ आवय छोड़ सकेले माल खजाना।
सार इही जगमा सबला बस हावय जी आना अउ जाना।
अरुण कुमार निगम
No comments:
Post a Comment