*विधान- दुर्मिल सवैया* -
विधान - कुल पद के संख्या 4
तुकांत - चारों पद आपस मा तुकांत
गण के संख्या - प्रत्येक पद मा 8 सगण
*उदाहरण -*
(दुर्मिल सवैया) – सगण 112 X 8
*बलराम* -
लडुवा पपची खुरमी अरसा मुठिया गुझिया बिरिया बबरा।
खसता मुरकू मिरची भजिया मिरचा चटनी अउ मूँग बरा।
पकवान बनाय जसोमति माँ अउ बोलय ये बलराम करा।
बस आवन दे किसना, पकवान परोस दुहूँ तुम्हला सँघरा।
8 सगण -
लडुवा पपची खुरमी अरसा
112 112 112 112
मुठिया गुझिया बिरिया बबरा।
112 112 112 112
*आपमन अब 8 सगण वाले 4 पद लिखव, चारों पद आपस मा तुकांत होना चाही।*
*मोर उदाहरण जइसे हर शब्द के नीचे 112 लिखे के जरूरत नइये। ये समझाये बर उदाहरण रहिस। आप केवल 4 पद लिखव।*
मोर उदाहरण मा बरा, बरा, करा अउ घरा के तुकांत हे।
एमा *बरा* के तुकांत दू बार होगे हे। ये नइ होना चाही।
चारों तुकांत चार अलग-अलग रखना हे।
🙏🙏🙏🙏🙏
* अरुण कुमार निगम*
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